Candidates who want to participate in the Teacher Eligibility Test 2024 for Paper I or II will have to pay the application fee of ₹350 if the applicant belongs to the General. For the Other Backward Class and Schedule Caste/Tribes, the application fee is only ₹250 and ₹200, respectively.
Aspirants must be aware of the fact that incase of applying for both Paper I and II, one will have to pay ₹600, ₹400 and ₹300, if an individual belongs to UR, OBC and SC/ST, respectively. It will be payable using the debit card, credit card, NET banking or UPI.
Exam date for the Teacher Eligibility Test 2024 for Paper I and II is yet to be announced officially by the Chhattisgarh Professional Examination Board. Candidates who want to participate in the CG TET 2024 for one or two paper(s), need to know that it may take place on 23 June 2024, if the notification is released on time.
CGPEB will hold the TET in offline mode, in each paper, there will be a total number of 150 multiple-choice questions from different sections. To attempt the maximum number of MCQs, an individual will get a time duration upto 2 hours and 30 minutes. Each question will carry a weightage of 1 mark and no marks will be deducted for incorrect response.
The time of the exam can be 1 ½ hours. The paper consists of 150 questions for 150 marks. The distribution of marks and questions in each concern is given under
The length of the examination may be 1 ½ hours. The paper will encompass 210 questions for 210 marks. The distribution of marks and questions in every concern is given under
CG TET Eligibility 2024: The Chhattisgarh Professional Examination Board (CPEB), known as CG Vyapam, has officially announced the CG TET 2024 notification on its website @vyapam.cgstate.gov.in. Prospective candidates are advised to meticulously review the eligibility criteria and application guidelines provided on the official portal. The Chhattisgarh Professional Examination Board in Raipur has defined the eligibility requirements for CG TET, emphasizing the importance for applicants to meet these stipulations. The examination comprises two papers, necessitating candidates to assess their eligibility for both CG TET Paper 1 and Paper 2.
Candidates intending to apply for the exam must satisfy the fundamental CG TET Eligibility prerequisites for 2024. A thorough understanding of the CG TET Eligibility 2024, encompassing educational qualifications, age criteria, nationality, reservation norms, and allowable attempts, is imperative. Only candidates meeting the CG TET Eligibility Criteria 2024 are eligible to register for the CG TET 2024 examination.
CG TET Eligibility 2024: The Chhattisgarh Professional Examination Board in Raipur has established eligibility criteria for individuals aspiring to undertake the CG TET examination. Prior to submitting their applications for the impending examination, candidates must meticulously review the complete CG TET Eligibility requirements. Notably, the CG TET exam encompasses two distinct papers; Paper 1 caters to candidates aspiring to teach classes 1 to 5, while Paper 2 is tailored for those aspiring to teach classes 6 to 8. Therefore, it is imperative for applicants to thoroughly understand the eligibility criteria for both CG TET Paper 1 and Paper 2 before proceeding with their application.
छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2024 के लिए आवेदन की प्रक्रिया चल रही है। इसके आवेदन 7 अप्रैल तक भरे जाएंगे। सीजी-टीईटी 23 जून को आयोजित की जाएगी। प्रदेश में अब तक 7 बार यह परीक्षा हो चुकी है। पहली बार वर्ष 2011 में आयोजित की गई थी। अब आठवीं की तैयारी है।
CGTET ONLINE APPLICATION FORM 2024 छत्तीसगढ़ व्यापम में अपने ऑफिशियल वेबसाइट पर छत्तीसगढ़ राज्य में शिक्षक भर्ती के लिए छत्तीसगढ़ राज्य पात्रता परीक्षा 2024 की नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। अगर आप भी छत्तीसगढ़ राज्य में शिक्षक पदों पर सरकारी नौकरी प्राप्त करने की सोच रहे हैं तो सबसे पहले आपकोछत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल रायपुर द्वारा आयोजित होने वाले सीजीसेट परीक्षा को क्वालीफाई करना होगा। उसके बाद ही आप छत्तीसगढ़ शिक्षक वैकेंसी के लिए आवेदन अप्लाई कर सकते हैं। फिर देर किस बात की आप भी अपनी संपूर्ण शैक्षणिक योग्यता संबंधित दस्तावेजों के साथ छत्तीसगढ़ व्यापम की ऑफिशल वेबसाइट अप्लाई कर सकते हैं। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ व्यापम की इस प्रतियोगी परीक्षा में अभ्यर्थियों की चयन लिखित परीक्षा के बाद मेरिट सूची के आधार पर किया जावेगा।
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1.छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा 2024पाठ्यक्रमप्रथम पेपर (कक्षा एक से पाँच तक अध्यापन - पात्रता हेतु )बाल विकास और शिक्षा शास्त्र( प्रश्न पत्र के इस भाग में 30 अंकों के कुल 30 प्रश्न होंगे )इकाई 1: बाल विकास परिचयअंक 07• विकास की अवधारणा, विकास की अवस्थाएँ - गर्भावस्था, शैशवावस्था, प्रारंभिक व उत्तरबाल्यावस्था, किशोरावस्था ।• शारीरिक, संज्ञानात्मक, सामाजिक, संवेगात्मक विकास ।• विकास को प्रभावित करने वाली बातें - प्रकृति एवं पोषण, निरंतरता व अनिरंतरता,प्रारंभिक एवं परवर्ती ( बाद के) अनुभव |• बाल विकास की सामाजिक एवं सांस्कृतिक पृष्ठभूमि ।• बच्चों का अध्ययन―कुछ तरीकों से परिचय |इकाई 2 : विकास के पहलू -(क) शारीरिक व गत्यात्मक विकास, शारीरिक नियंत्रण व समन्वयन का विकास(ख) संवेगात्मक एवं नैतिक विकास-अंक 07कुछ सामान्य सिद्धांत, शरीर के अंगों के अनुपात में बदलाव, ऊँचाई व वजन की वृद्धि,शारीरिक बनावट में बदलाव, नियंत्रण का विकास (स्थूल एवं सूक्ष्म), संवेगात्मक विकास, नैतिक विकासविद्यालय एवं घर का वातावरण, मित्र / साथी समूह एवं वयस्कों के साथ संबंध, बाल विकास कीसामाजिक एवं सांस्कृतिक पृष्ठभूमि, व्यक्तित्व का विकास एवं सामाजीकरण |इकाई 3: सीखना एवं संज्ञान का विकास-अंक 09• सीखना क्या है और बच्चे कैसे सीखते हैं?• विविध धारणाओं की समीक्षा - व्यवहारवादी, संरचनावादी, सामाजिक संकल्पनाएं, संज्ञान क्याहै?बच्चों की सोच पर जीन पियाजे के विचार, ज्ञान निर्माण के तरीके स्कीमा ( Schema),सम्मिलन (Assimilation), समायोजन ( Accommodation), व्यवस्थापनसंतुलनीकरण (Equilibration).Deulaa( Organization),Page 10
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• किशोरों की सोच के लक्षण, मानसिक संक्रियाएँ क्या है? शैशव अवस्था से किशोरावस्थातक सोच का विकास व उसकी कड़ियाँ, संवेदी - क्रियात्मक अवस्था, पूर्व-संक्रियात्मकअवस्था, मूर्त संक्रियात्मक अवस्था, औपचारिक संक्रियात्मक अवस्था, पियाजे के सिद्धातों काशैक्षणिक महत्व, लेव वैगोत्सकी रचनावाद, निकट विकास क्षेत्र, स्केफोल्डिंग, शिक्षक कीभूमिका ।1• बच्चा एक समाधानकर्ता तथा वैज्ञानिक अनुसंधानकर्ता ।• बच्चों का वैकल्पिक अवधारणाओं को सीखना ।• सीखने की प्रक्रिया में बच्चों द्वारा की जाने वाली गलतियाँ सीखने की प्रक्रिया का एकसार्थक पद है, इसे समझना ।• अभिप्रेरण और सीखना ।इकाई 4: विशेष आवश्यकता वाले बच्चेअंक 07विशेष आवश्यकता वाले बच्चों से अभिप्राय, क्षति, अपंगता एवं अक्षमता, विभिन्नताओं मेंसमानता, विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के साथ कार्य ।ज्ञान और शिक्षाक्रम - शिक्षाक्रम की जरूरत, शिक्षाक्रम की अवधारणा, पाठ्यक्रम की अवधारणा,शिक्षाक्रम निर्माण की समस्याएं, शिक्षाक्रम के चुनाव के आधार, शिक्षा का अधिकार अधिनियम – 2009,शिक्षकों की भूमिका एवं उत्तरदायित्व, बाल अधिकार ।QllagPage 11
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2.छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा 2024पाठ्यक्रमप्रथम प्रश्न पत्र (कक्षा एक से पाँच तक अध्यापन - पात्रता हेतु )भाषा - 1 ( हिंदी )इकाई-1 : वर्ण विचार( प्रश्न पत्र के इस भाग में 30 अंकों के कुल 30 प्रश्न होंगे )अक्षर, स्वर, व्यंजन, अनुस्वार एवं अनुनासिक ध्वनियाँ, लिंग, वचन आदि ।संधि एवं संधि विच्छेद (स्वर - संधि, व्यंजन संधि, विसर्ग संधि),इकाई-2 : शब्द विचारशब्द रूप और शब्द रचना"स्रोत के आधार पर शब्दों के वर्ग- तत्सम तद्भव, देशज, विदेशी;अंकअर्थ के आधार पर शब्द भेद - पर्यायवाची शब्द, विलोम शब्द, अनेकार्थी शब्द |0304इकाई - 3 : शब्द रचना04उपसर्ग, प्रत्यय, समास व समास के भेद, अनेक शब्दों या वाक्यांश के लिए एक शब्द ।इकाई—4 : पद व पद-भेद03संज्ञा, संज्ञा के प्रकार, कारक - चिह्न, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया,|इकाई - 5 : वाक्य परिचय03वाक्य के अंग, वाक्य के भेद, पदक्रम |इकाई - 6 : रचना04मुहावरे तथा लोकोक्तियां, अपठित गद्यांशइकाई - 7 : बच्चों की भाषायी विकास की प्रक्रिया:-भाषा विकास के चरण । बच्चे स्कूल आने से पहले क्या - क्या सीख करआते हैं। बच्चे भाषा कैसे सीखते हैं। स्कूल आने वाले बच्चों में भाषासीखने की प्रक्रिया के गुण । बच्चों की भाषा सीखने की क्षमता ।इकाई - 8 बच्चों में भाषायी क्षमता एवं उनका विकासः-पढ़ना क्या है? अर्थ निकालने की प्रकिया । भाषा, अर्थ ग्रहण करना एवंअर्थ निर्माण । भाषा सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना और इसका अंतः संबंध ।इकाई- 09 : मूल्यांकन :भाषा में मूल्यांकन क्यों? भाषा की प्रकृति बच्चों में भाषा क्षमता के आकलनके संभावित तरीके, भाषा सीखने, लिखने व पढ़ने की प्रक्रिया में गलतियोंकी भूमिका ।Делая030303Page 12
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3.छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा 2024पाठ्यक्रमप्रथम पेपर (कक्षा एक से पाँच तक अध्यापन - पात्रता हेतु )भाषा - 2 (अंग्रेजी)(30 Multiple Choice Questions of 30 Marks will be asked from this part of Question Paper)A) Comprehension(15 Questions)Two unseen prose passages with questions on: comprehension, grammar andverbal abilityComprehension (7 marks)i)ii)Grammariii)Vocabulary(4 marks)(4 marks)B) Pedagogy of Language Development• Learning and acquisition• Principles of Language Teaching( 15 Questions)(1 mark)(1 mark)• Role of listening and speaking; functions of language and how childrenuse it as a tool(2 marks)• Critical perspective on the role of grammar in learning a language forcommunicating ideas verbally and in written form(1 mark)• Challenges of teaching language in a diverse classrooms, languagedifficulties, errors and disorders(2 marks)Language Skills(4 marks)• Evaluating language comprehension and proficiency: speaking,listening, reading and writing(2 marks)• Teaching-learning materials: Textbook,multilingual resource of the classroom• Remedial Teachingmulti-media materials,(1 mark)(1 mark)ДеладPage 13
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4.छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा 2024पाठ्यक्रमप्रथम पेपर (कक्षा एक से पाँच तक अध्यापन - पात्रता हेतु )(गणित)( प्रश्न पत्र के इस भाग में 30 अंकों के कुल 30 प्रश्न होंगे )इकाई 1: गणित की प्रकृतिअंक07गणितीय विचार किस तरह विकसित होते हैं ? गणित का स्वरूप ।गणितीय तरीके से सोचना अमूर्तीकरण, विशिष्टीकरण और व्यापकीकरण ।इकाई 2 : गणित सीखना - सिखाना व आकलन07सीखने का मॉडल बनाना सीखना यानी रटना (बैंकिंग मॉडल), सीखना यानीप्रोग्रामिंग, सीखना यानी समझ का निर्माण, शिक्षण की प्रचलित प्रथाएँ, कक्षा मेंरचनावाद आकलन, अमूर्त सोच का विकास, अवधारणात्मक व प्रक्रियात्मक ज्ञान ।इकाई 33.1दशमलव प्रणाली―163.23.33.43.53.63.73.8मीट्रिक प्रणाली, लम्बाई, क्षेत्रफल, आयतन, द्रव्यमान, समय के माप ।संख्याएं - पूर्ण सम, विषम, अभाज्य एवं विभाज्य संख्याएं, आरोही व अवरोही क्रम,स्थानीयमान ।साधारण भिन्न एवं दशमलव भिन्न - भिन्नों की परस्पर तुलना इसके नियमदशमलव भिन्न को साधारण भिन्न में बदलना ।संख्यात्मक व्यंजकों का समीकरण - व्यंजक का सरलीकरण, BODMAS का प्रयोग |वर्गमूल.. वर्गमूल निकालने की विधियां – गुणनखण्ड व भाग विधि, दशमलव वालेसंख्याओं का वर्गमूल निकालना ।-महत्तम समापवर्तक और लघुतम समापवर्त्य - महत्तम समापवर्तक और लघुतमसमापवर्त्य क्या है ? इससे संबंधित समस्याओं के हल हेतु सूत्र ।औसत औसत निकालने की विधि |-प्रतिशत - प्रतिशत का अर्थ, प्रतिशत को दशमलव व दशमलव को प्रतिशत मेंबदलने की विधि |DularaPage 14
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3.9साधारण ब्याज -सधारण ब्याज क्या है? इससे संबंधित प्रश्नों के सूत्र |3.10लाभ तथा हानि - क्रय-विक्रय मूल्य, लाभ-हानि, इन्हें प्रतिशत व रूपयों में व्यक्तकरना ।अनुपात व समानुपात के नियम - अनुपात समानुपात साधारण नियम ।3.113.12चाल, समय, दूरी चाल, समय, दूरी निकालने का सूत्र ।3.133.14क्षेत्रफल तथा परिमाण ।3.153.16ऐकिक नियम, समय, कार्य व मजदूरी ।आयतन - ठोस की मापें - लम्बाई चौड़ाई व ऊंचाई घन व घनाभ, आयतन |समय ।DelayPage 15
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5.छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा 2024पाठ्यक्रमप्रथम पेपर (कक्षा एक से पाँच तक अध्यापन - पात्रता हेतु )पर्यावरण अध्ययन( प्रश्न पत्र के इस भाग में 30 अंकों के कुल 30 प्रश्न होंगे )इकाई 1—स्वयं के पर्यावरण को समझनापर्यावरण क्या है? पर्यावरण के घटक - सामाजिक, आर्थिक, प्राकृतिक,अंक3सांस्कृतिक पर्यावरण के घटकों की अंतः क्रियाएं, आज के संदर्भ में पर्यावरण केप्रमुख सरोकार, बच्चों के दृष्टिकोण से पर्यावरण की रोचकता ।इकाई 2 - पर्यावरण के बारे में बच्चों की समझ4बच्चे की समझ,बच्चे का दृष्टिकोण, 5 से 7 व 8 से 14 वर्ष के बच्चों कीपर्यावरण के बारे में समझ कैसे पता करें, बच्चा पर्यावरण के बारे में क्या-क्या1जानता है? बच्चे कैसे सीखते हैं? आवाज और अनुभव सीखने में समाज औरवयस्क की भूमिका |इकाई 3 - पर्यावरण अध्ययन क्यों पढ़ाएं ?3पर्यावरण अध्ययन पाठ्यक्रम के सरोकार, अवधारणाओं का बनना, प्राथमिक स्तरपर सामाजिक अध्ययन की अवधारणाएं, कौशल क्या हैं ? कौशलों का विकासइकाई 4 - पर्यावरण अध्ययन का शिक्षण शास्त्र4विज्ञान शिक्षण, सामाजिक अध्ययन शिक्षण, कक्षा-कक्ष में शिक्षण कार्य - चित्रों कोपढ़ना, बच्चों द्वारा बनाए गए चित्रों को समझना, दिन- रात और ऋतुओं कोसमझना, समय नापना, नक्शे पढ़ना और समझना ।इकाई 5 - पर्यावरण अध्ययन व कक्षा-कक्ष की गतिविधियां4गतिविधि क्या है ? प्रयोग सामग्री का संकलन, कक्षा-कक्ष में गतिविधि का आयोजनऔर संगठन, छोटे-छोटे प्रयोग- चर्चाएं क्षेत्र भ्रमण, सर्वे, प्रोजेक्ट, पुस्तकालय-सीखने के संसाधन के रूप में, मूल्यांकन, अच्छा कक्षा-कक्ष |BelaaPage 16
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इकाई 6 – परिवार4आपसी संबंध, एकल एवं संयुक्त परिवार, सामाजिक बुराईयाँ (बाल विवाह, दहेजप्रथा, बालश्रम, चोरी), दुर्व्यसन (नशाखोरी, धूम्रपान) और इनके व्यक्तिगत,सामाजिक एवं आर्थिक दुष्परिणाम |इकाई 7 अपने शरीर की देखभाल4अपने शरीर की देख-भाल, शरीर के बाह्य अंग और उनकी साफ-सफाई, शरीरके आंतरिक तंत्रों की सामान्य जानकारी, संतुलित भोजन की जानकारी और इसकामहत्व; सामान्य रोग (आंत्रशोथ, अमीबियोसिस, मेटाहीमोग्लोबिन, एनीमिया,फ्लुओरोसिस, मलेरिया, डेंगू ), उनके कारण और बचाव के उपाय, टीकाकरण एवंपल्स पोलियो अभियान ।इकाई 8 पारिस्थितिक तंत्र4पारिस्थितिक तंत्र की संरचना, जैविक व अजैविक घटक, खाद्य श्रृंखला व खाद्यजाल, पदार्थों का चक्रण |DelagPage 17
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01.छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा 2024पाठ्यक्रमद्वितीय पेपर ( कक्षा छ: से आठ तक अध्यापन - पात्रता हेतु )बाल विकास एवं शिक्षा शास्त्र(प्रश्न पत्र के इस भाग में 30 अंकों के 30 बहुविकल्पी प्रश्न होंगे )इकाई 1 : बच्चे का विकास ( उच्च प्राथमिक शाला बालक)अंक15विकास की अवधारणा एवं उसका सीखने से संबंध, बच्चों के विकास के सिद्धान्त,वंशानुक्रम एवं वातावरण का प्रभाव, बुद्धिमत्ता के सृजन का समालोचनात्मकपरिप्रेक्ष्य, बहु आयामी बुद्धि, भाषा एवं विचार, सीखने वालों के मध्य वैयक्तिकविभिन्नता, भाषायी विभिन्नता, जाति, लिंग, समुदाय, धर्म, इत्यादि पर आधारितसमझने में अन्तर, सीखने हेतु मूल्याँकन व सीखने का मूल्याँकन के मध्य अन्तर,शाला आधारित मूल्याँकन एवं सतत् व समग्र मूल्याँकन, परिप्रेक्ष्य एवं अभ्यास ।इकाई 2 : समावेशी शिक्षा की अवधारणा तथा विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों 5को समझनावंचित व कमजोर सहित विभिन्न पृष्ठभूमि से आए सीखने वाले का शिक्षण ।सीखने में कठिनाई, विकलांगता आदि से संबंधित बच्चों का शिक्षण |सृजनात्मक एवं विशिष्ट योग्यता वाले, सीखने वालों का शिक्षण |इकाई 3 : सीखना एवं शिक्षाशास्त्र10सीखने-सिखाने के आधारभूत तरीके, बच्चों के सीखने की व्यूह रचना, सामाजिकक्रियाकलाप के रूप में सीखना, सीखने का सामाजिक परिप्रेक्ष्य । बालक,समस्या-समाधान करने वाला व वैज्ञानिक अनुसंधान करने वाले के रूप में।संज्ञान एवं संवेग, अभिप्रेरणा व सीखना, सीखने में सहयोगी कारक वैयक्तिकएवं पर्यावरणीय |―DlitangPage 18
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2.छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा 2024पाठ्यक्रमद्वितीय प्रश्न पत्र ( कक्षा छ: से आठ तक अध्यापन - पात्रता हेतु )भाषा - 1 ( हिंदी )( प्रश्न पत्र के इस भाग से 30 बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएँगे)इकाई-1 : वर्ण विचारअंक05संधि-अक्षर, स्वर, व्यंजन, अनुस्वार और अनुनासिक ध्वनियाँ, लिंग, वचन, काल, वाक्य,संधि के प्रकार, संधि-विच्छेद |इकाई-2 : शब्द विचारशब्द रूप और शब्द रचनास्त्रोत के आधार पर शब्दों के वर्ग- तत्सम तद्भव, देशज, विदेशी ।-0006अर्थ के आधार पर शब्द भेद पर्यायवाची शब्द, विलोम शब्द, अनेकार्थी शब्द,शब्द-युग्म शब्द रचना - उपसर्ग, प्रत्यय, समास और उसके भेद,1अनेक शब्दों या वाक्यांश के लिए एक शब्द शब्द - शक्ति ।इकाई—3 : पद व पद-भेदसंज्ञा, संज्ञा के प्रकार, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, कारक - चिह्न |इकाई—4 : वाक्य परिचयवाक्य के अंग एवं वाक्य भेद ।इकाई - 5 : विराम चिह्न - प्रमुख प्रकार ।इकाई - 6 : रचना, मुहावरे तथा लोकोक्तियाँ ।इकाई - 7 : अपठित गद्यांशइकाई - 8 : भाषायी कौशलों का अध्यापनश्रवण, वाचन, लेखन एवं पठन कौशल ।55050222002040303Page 19
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3.छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा 2024पाठ्यक्रमद्वितीय पेपर ( कक्षा छ: से आठ तक अध्यापन - पात्रता हेतु )भाषा - 2 (अंग्रेजी)(30 Multiple Choice Questions of 30 Marks will be asked from this part of Question Paper)A. Comprehension(15 Questions)a. One unseen prose passage with questions on: comprehension, grammar andverbal abilityi.Comprehensionii. Grammariii. Vocabulary(5 marks)(3 marks)(2 marks)b. One unseen poem with questions on: comprehension, grammar and verbalabilityi. Comprehensionii. VocabularyB. Pedagogy of Language Development• Learning and acquisitionPrinciples of Language Teaching(3 marks)(2 marks)( 15 Questions)(1 mark)(1 mark)• Role of listening and speaking; functions of language and how childrenuse it as a tool(2 marks)• Critical perspective on the role of grammar in learning a language forcommunicating ideas verbally and in written form(1 mark)• Challenges of teaching language in a diverse classrooms, languagedifficulties, errors and disorders(2 marks)• Language Skills(4 marks)Evaluating language comprehension and proficiency: speaking,listening, reading and writing(2 marks)• Teaching learning materials: Textbook, multi-media materials,multilingual resource of the classroom(1 mark)Remedial Teaching(1 mark)ДелаяPage 20
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4.छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा 2024पाठ्यक्रमद्वितीय पेपर ( कक्षा छ: से आठ तक अध्यापन - पात्रता हेतु )गणित और विज्ञान( प्रश्न पत्र के इस भाग से 30 अंकों के 30 बहुविकल्पी प्रश्न गणित तथा 30 अंकों के 30बहुविकल्पीय प्रश्न विज्ञान से पूछे जाएंगे )इकाई 1: गणित की प्रकृति, गणित सीखना - सिखाना व आकलन :इकाई 2अंक05गणितीय विचार किस तरह विकसित होते हैं ? गणित का स्वरूप, गणितीय तरीके सेसोचना अमूर्तीकरण, विशिष्टीकरण और व्यापकीकरण, सीखने का मॉडल बनाना सीखनायानी रटना (बैंकिंग मॉडल), सीखना यानी प्रोग्रामिंग, सीखना यानी समझ का निर्माण, शिक्षणकी प्रचलित प्रथाएँ, कक्षा में रचनावाद आकलन, अमूर्त सोच का विकास अवधारणात्मक वप्रक्रियात्मक ज्ञान ।05घातांक : समान आधार की घातीय संख्याओं का गुणा तथा भाग, घातांक नियम ।बीजीय व्यंजक : बीजीय व्यंजकों का योग, व्यवकलन, गुणा एवं भाग, सर्वसमिकाएँ ।गुणनखण्ड : सरल बीजीय व्यंजकों के गुणनखण्ड |इकाई 3इकाई 4समीकरण : सरल एकघातीय समीकरण ।श्रेढ़ियां : समान्तर श्रेढ़ी तथा गुणोत्तर श्रेढ़ी, nवां पद, n पदों का योगफल ।―हानि ।ब्याज : सरल ब्याज, चक्रवृद्धि ब्याज, लाभअनुपात एवं समानुपात : समानुपाती भागों में विभाजन ।प्रतिशतता, जन्म व मृत्यु दर, जनसंख्या वृद्धि एवं ह्यस ।समय तथा दूरी : चाल, औसत चाल, समय, सापेक्ष गति ।रेखा तथा कोण : रेखाखण्ड, सरल एवं वक्र रेखाएं, कोणों के प्रकार |समतलीय आकृतियाँ : त्रिभुज, त्रिभुजों की सर्वांगसमता, चतुर्भुज तथा वृत्त0505QularPage 21
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इकाई 5इकाई 605समतलीय आकृतियों का क्षेत्रफल : त्रिभुज, आयत, समान्तर चतुर्भुज एवं समलम्ब चतुर्भुजपृष्ठीय क्षेत्रफल तथा आयतन - घन, घनाभ एवं लम्बवृतीय बेलन |05सांख्यिकी : आंकड़ों का संग्रह एवं वर्गीकरण, बारम्बारता बंटन सारिणी, मिलान चिह्न, स्तम्भ( बार ) लेखाचित्र एवं आयत लेखाचित्र वृत्तीय ग्राफ (पाई चित्र ) । लेखाचित्र (ग्राफ) : विभिन्नप्रकार के लेखाचित्र |इकाई 706सजीव-सजीवों के लक्षण |इकाई 8सजीवों का वर्गीकरण ।जलीय एवं स्थलीय ।शाक, झाड़ी, वृक्ष, आरोही ।लीनियस का वर्गीकरण |व्हिटेकर का वर्गीकरण ।सजीवों की संरचना : कोशिका, कोशिका - विभाजन, विभिन्न अंग - तंत्र, मानव शरीर केविभिन्न अंग - तंत्र |हमारा पर्यावरण- पारिस्थितिक तंत्र की संरचना, जैविक - अजैविक घटक, खाद्य श्रृंखला,खाद्य जाल, पारिस्थितिक तंत्र में ऊर्जा प्रवाह, पदार्थों का चक्र ।मानव शरीर एवं स्वास्थ्य—सूक्ष्म जीव (जीवाणु, वाइरस, कवक), सूक्ष्म जीवों से फैलनेवाले रोग (क्षय रोग, खसरा, डिप्थीरिया, हैजा, टाइफाइड), रोगों से बचाव के उपाय, मानवशरीर के विभिन्न तंत्र, संक्रामक रोग (फैलने के कारण और बचाव ), भोजन के प्रमुखअवयव और इनकी कमी से होने वाले रोग, संतुलित भोजन ।बल एवं गति-06बलों के प्रकार (पेशीय बल, घर्षण बल, गुरूत्व बल, चुम्बकीय बल, स्थिर वैद्युतबल, आदि), गति के प्रकार ( रेखीय, यदृच्छ, वृत्ताकार कम्पन गति, आवर्त गति), चाल, ऊर्जाके प्रकार, ऊर्जा के परम्परागत तथा वैकल्पिक स्रोत, ऊर्जा संरक्षण ।DularPage 22
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ऊष्माइकाई 9-1ऊष्मा के उपयोग ऊष्मा का आदान-प्रदान, ताप की अवधारणा, गलन, क्वथन एवंवाष्पन, संघनन एवं उर्ध्वपातन, दैनिक जीवन में ऊष्मीय प्रसार के उदाहरण, ऊष्मा के कुचालकएवं सुचालक, ऊष्मा की संचरण विधियां (चालन, संवहन और विकिरण) ।-06प्रकाश प्रकाश के स्रोत, छाया का बनना, प्रकाश का परावर्तन, समतल दर्पण में प्रतिबिम्बबनना, गोलीय दर्पण (फोकस, फोकस दूरी, वक्रता त्रिज्या), गोलीय दर्पणों (अभिसारी एवंअपसारी) से बनने वाले प्रतिबिम्ब, अपवर्तन संबंधी घटनाएं, अभिसारी एवं अपसारी लैंसों सेबनने वाले प्रतिबिम्ब, लैसों के उपयोग |ध्वनि- ध्वनि के प्रकार, ध्वनि संचरण, ध्वनि के अभिलक्षण, प्रतिध्वनि, शोर और शोर कम करनेके उपाय। चुम्बक – चुम्बक के गुणधर्म, चुम्बकीय प्रेरण, चुम्बकत्व के विभिन्न उपयोग ।इकाई 10।06विद्युत - विद्युत सेल, दिष्ट धारा एवं प्रत्यावर्ती धारा, चालक, अर्धचालक और कुचालक पदार्थएवं उनके अनुप्रयोग, विद्युत धारा के रासायनिक, चुम्बकीय तथा उष्मीय प्रभाव, विद्युत फ्यूज,विद्युत ऊर्जा तथा इसके अपव्यय की रोकथाम ।-विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी दैनिक जीवन में विज्ञान का महत्व, रेशे, प्लास्टिक, डिटर्जेंट,सीमेंट आदि; चिकित्सा के क्षेत्र में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (एक्स किरण, सी.टी. स्कैन, शल्यचिकित्सा, अल्ट्रासाउण्ड तथा लेजर किरणें ), दूरसंचार के क्षेत्र में- फैक्स मशीन, कम्प्यूटर,इन्टरनेट, ई-मेल तथा वेबसाइट की सामान्य जानकारी ।इकाई 11―06पदार्थ की संरचना तत्व, यौगिक और मिश्रण, पदार्थ की अशुद्धियों का पृथक्करण, तत्वों केप्रतीक, यौगिकों के रासायनिक सूत्र तथा रासायनिक समीकरण, परमाणु एवं अणु, परमाणु कीसंरचना, धातुएँ एवं अधातुएँ ।रासायनिक पदार्थ-कार्बन के ऑक्साइड, हरित गृह प्रभाव और वैश्विक तापन, हाइड्रोकार्बन(सामान्य जानकारी), अम्ल, क्षार और लवण, ऑक्सीजन गैस, नाइट्रोजन गैस, नाइट्रोजन चक्र ।DelasPage 23
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5.इकाई 1—सामाजिक विज्ञान( प्रश्न पत्र के इस भाग में कुल 60 अंकों के 60 प्रश्न होंगे )भारतीय समाज :अंक04विशेषताएँ, परिवार, विवाह, महिलाओं की स्थिति; तात्कालिक और सामाजिकसमस्याएं - जातिवाद, क्षेत्रीयता, गरीबी, बालश्रम, शहरीकरण |भारतीय इतिहास के स्रोत, सिन्धु घाटी सभ्यता, वैदिक संस्कृति ।इकाई 2—भारतीय सभ्यता व संस्कृतिःइकाई 3-मौर्य साम्राज्य तथा गुप्त साम्राज्य :इकाई 4-इकाई 5—राजनैतिक इतिहास और प्रशासक, भारतीय संस्कृति के प्रति योगदान ।गुप्त काल में सांस्कृतिक उपलब्धियाँ, विश्व से भारत का सांस्कृतिक संबंध ।भक्ति और सूफी आन्दोलन :सामाजिक महत्व, हिन्दु - मुस्लिम सांस्कृतिक समागम ।मुगल साम्राज्य :मुगल-राजपूत संबंध, मुगल काल में प्रशासनिक, सामाजिक, आर्थिक एवं04040404सांस्कृतिक स्थितियाँ।इकाई 6-ब्रिटिश शासन :04भारतीय राज्यों के प्रति ब्रिटिश नीति, 1857 की क्रांति व उसके प्रभाव ।इकाई 7—भारतीय संविधान :04विशेषताएँ, मूल अधिकार एवं कर्त्तव्य ।इकाई 8―व्यवस्थापिका, कार्यपालिका व न्यायपालिका संरचना :04संसद - लोकसभा, राज्य सभा; राष्ट्रपति व राज्यपालों की संवैधानिक स्थिति एवंउनकी शक्तियां, प्रधानमंत्री और मंत्रिमण्डल नगरीय और स्थानीय शासन ।इकाई 9—पृथ्वी के प्रमुख घटक :04स्थलमण्डल, जलमण्डल, वायुमण्डल, जैवमण्डल, चट्टानों के प्रकार, पृथ्वी की सतहपर परिवर्तनकारी शक्तियाँ- भूकम्प और ज्वालामुखी, नदियां, भूमिगत जल, हिमनद,हवाएं, समुद्री लहरें ।DuleaaPage 24
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इकाई 10—भारत का अध्ययन :04भूआकृति प्रदेश, जलवायु, प्राकृतिक वनस्पति, हरित क्रांति, बहुउदेशीय योजनाएँ,उद्योग एवं मानव संसाधन ।इकाई 11छत्तीसगढ़ का भूगोल एवं संसाधन :05भौतिक प्रदेश, मिट्टियां, जलवायु, जल स्रोत एवं जल संरक्षण, वन एवं वन्य जीव,कृषि, खनिज, ऊर्जा संसाधन, परिवहन एवं उद्योग ।इकाई 12—छत्तीसगढ़ का इतिहास एवं संस्कृति :05इकाई 13-छत्तीसगढ़ में स्वतंत्रता आंदोलन, छत्तीसगढ़ के प्रमुख व्यक्तित्व, छत्तीसगढ़ कीविरासत एवं संस्कृति (किले, महल, मेले, त्यौहार, लोक कलाएं, हस्त कलाएँ),पर्यटन |शैक्षणिक मुद्दे - ( Pedagogical Issues ) :• सामाजिक विज्ञान / सामाजिक अध्ययन की अवधारणा एवं प्रकृति ।कक्षा-कक्ष की प्रक्रिया एवं गतिविधियाँ ।सामाजिक विज्ञान / सामाजिक अध्ययन की समस्याएँ ।• प्रायोजना कार्य ।• मूल्यांकन ।10DukaPage 25