Friday, April 6, 2012

MP Patwari Recruitment : Hundreds of Patwari Jobs in Madhya Pradesh is in Danger


सैकड़ों पटवारियों की नौकरी खतरे में 
(MP Patwari Recruitment : Hundreds of Patwari Jobs in Madhya Pradesh is  in Danger )

उज्जैन। पटवारी भर्ती 2008 में चयनित हुए प्रदेशभर के करीब 200-300 पटवारियों की नौकरी खतरे में आ गई है। शासन ने उच्च न्यायालय के एक आदेश के बाद इन पटवारियों द्वारा प्रस्तुत सीवी रमन विश्वविद्यालय की कम्प्यूटर सर्टिफिकेट (वर्ष 2005 के बाद) को अमान्य कर दिया है। खास बात यह कि इन सभी पटवारियों ने बकायदा सालभर का प्रशिक्षण प्राप्त किया और वर्ष 2011 से नौकरी कर रहे हैं।
गौरतलब है कि प्रदेश में वर्ष 2008 में हुई पटवारी भर्ती में कम्प्यूटर प्रमाण पत्र को लेकर विवाद की स्थिति बन गई थी। उस समय शासन ने विभिन्न विश्वविद्यालय से प्राप्त कम्प्यूटर प्रमाण-पत्र तथा बीएससी कम्प्यूटर साइंस वाले उम्मीदवारों पर रोक लगा दी थी।

इस पर उम्मीदवारों ने उच्च न्यायालय में वाद दायर किया था। पिछले दिनों न्यायालय ने अपना फैसला सुना दिया। शासन ने इस पर अमल करते हुए आदेश जारी किए हैं, जिसमें कहा गया है कि सीवी रमन विश्वविद्यालय से प्रमाण-पत्र उन्हीं उम्मीदवारों के मान्य किए जाएंगे जिन्होंने वष्ाü 2005 से पहले प्रमाण-पत्र लिए हंै। बताया जा रहा है कि भर्ती में बड़ी संख्या में ऎसे उम्मीदवार हैं जिन्होंने 2005 के बाद के प्रमाण-पत्र प्रस्तुत किए हैं। ऎसे में पटवारी बने इन पटवारियों की नौकरी खतरे में आ गई है। उन उम्मीदवारों को राहत दी गई है जिन्होंने भर्ती की अंतिम तारीख 7 जुलाई 2008 तक पीजीडीसीए व अन्य कम्प्यूटर डिप्लोमा प्राप्त कर लिया था।

सरकार ने प्रस्तुत किया जवाब
पटवारी भर्ती में बीएससी कम्प्यूटर साइंस विषय को लेकर भी पटवारियों ने सुप्रीम कोर्ट में प्रकरण दर्ज कर रखा है। पटवारी बता रहे हैं कि शासन ने पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट में जवाब पेश कर कहा है कि उच्च न्यायालय के डबल बैंच के निर्णय पर इस डिग्री को अमान्य किया है। ऎसे में अब सुनवाई अंतिम दौर में पहुंच चुकी है। 
(ब्यूरो)

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